संवाददाता ब्रिजेश बडगुजर:
भारत के सर्वोच्च न्यायालय से उप-वर्गीकरण केस जीतने के बाद,डॉ.कश्मीर सिंह खुंडा जी का पहली बार महाराष्ट्र में पिंपरी, पूना पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ।
सम्मान समारोह के दौरान कुछ ऐसी बातें सामने आईं जिसमें कुछ खास जातियां जो 50-60 साल से महाराष्ट्र में सफाई का काम कर रही हैं. यदि वे सफाई (मेहतर) आदि का काम करते हैं, लेकिन उन्हें और उनके बच्चों को महाराष्ट्र में अनुसूचित जाति/जनजाति के साथ मिलने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं मिलता है। यहां तक कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी बच्चों को कोई रियायत नहीं दी जाती है. जिसके कारण कई लोग अपने बच्चों को उच्च शिक्षा नहीं दिला पाते। जिसके कारण वे और उनके बच्चे सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरियों से वंचित हैं। भले ही वे लंबे समय से शहरों में सफाई का काम कर रहे हैं. उनके मुताबिक वे भारत के अलग-अलग राज्यों से यहां आकर बसे हैं. जैसे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान आदि इन राज्यों में वाल्मिकी जाति अनुसूचित जाति है लेकिन महाराष्ट्र में वाल्मिकी जाति के लोग अलग-अलग राज्यों से आकर बसे हैं। उन्हें अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति तभी माना जाता है जब वे 1950 से पहले महाराष्ट्र के निवासी होने का प्रमाण देते हैं। चूंकि वे लंबे समय से ग्रेटर महाराष्ट्र में बसे हुए हैं, इसलिए न तो उन्हें उनके पैतृक राज्यों में अनुसूचित जाति में गिना जा रहा है और न ही महाराष्ट्र सरकार उन्हें अनुसूचित जाति का दर्जा दे रही है। वे लंबे समय से महाराष्ट्र की सरकारों से अपनी इस मांग को मनवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन लारास को छोड़कर बाकी सभी राज्यों से उन्हें आज भी निराशा ही हाथ लगी है.
समारोह के दौरान डॉ. खुंडा को शॉल एवं पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में डाॅ. खुंडा ने हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया.अखिल बाल्मिकी समाज महाराष्ट्र राज्य व पिंपरी चिंचवड़ शहर की तरफ से डॉ. खुड्डा जी का स्वागत सत्कार किया गया उपस्थित मान्यवर समाज नेता राजेश बडगुजर प्रदेश अध्यक्ष धनपत बहनवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन बिडलान, पुर्व प्रदेश अध्यक्ष सोनाथ बेद, पिम्परी चिंचवड़ शहर अध्यक्ष राकेश राजोरिया, पूर्व पिम्परी चिंचवड़ शहर अध्यक्ष राजू परदेशी, पूर्व पिम्परी चिंचवड़ शहर अध्यक्ष रोहिदास कुडिया ,प्रदेश महासचिव सुनील चटोले,प्रदेश खजिंदार प्रताप खैरारिया, प्रदेश कार्याध्यक्ष नरेंद्र टांक,शहर कार्याध्यक्ष राजू खैरे,रणजीत टांक, बी एस एस शहर अध्यक्ष विष्णु चावरिया, नरेश गुहेर, शेखर बेलपात्र, बिजेंद्र जी ,सुनील वाल्मीकि,प्रदीप मारोठिया,किशोर गुहेर आदि मान्यवर उपस्थित थे
इस समारोह के समापन में श्री राजेश बडगूजर की विशेष भूमिका रही।